KATHAK DANCE SHOW
RANI KHANAM |
स्वागत समारोह के उपरांत आरंभ हुई कत्थक नृत्य की मनभावन प्रस्तुति जिसका आरंभ एक भजन के साथ हुआ कलाकार मोतरमा जी ने कत्थक नृत्य करते हुए इसके सुरों तालो आमदो तिहाई और कवित्त का अनूठा संगम प्रस्तुत किया विभिन्न विषयों पर आधारित कथाओ और कविताओ की अदभुत भावभंगिमा जिसमे घुन्घुरुओ की आवाज़ बेजोड़े थी के द्वारा अपनी कला की विलक्षणता पेश की जिसे देखकर दर्शक गण भावविभोर हो उठे नृत्य का समापन भी एक भजन के साथ हुआ
कार्यक्रम के अंत में सभी ख्यातिप्राप्त कलाकारों को श्रीफल और शॉल भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया साथ ही विद्यालय में चल रही calighraphy workshop के caligraphy expert श्री सिद्दिक्की को स्म्रतिचिह्न्न भेंट किया इस प्रकार यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ
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